गौतम गोरखपुरी की ग़ज़लें…
Sahitya Manch : गौतम गोरखपुरी की ग़ज़लें ग़ज़ल_1कोई भी नहीं है हमारा सिवा इन किताबों केमेरी ज़िन्दगी का सहारा सिवा ...
Sahitya Manch : गौतम गोरखपुरी की ग़ज़लें ग़ज़ल_1कोई भी नहीं है हमारा सिवा इन किताबों केमेरी ज़िन्दगी का सहारा सिवा ...
प्रस्तुत रचना लेखक की प्रसिद्ध रचना ''रात के जूड़े में पलाश के फूल " का एक छोटा सा अंश है। ...