इलाहबाद यूनिवर्सिटी में चल रही एक्टर आयुष्मान खुराना की डाक्टर मूवी की शूटिंग को लेकर यूनिवर्सिटी में शूटिंग देखने के लिए छात्रों व आम लोगो की भीड़ देखने को मिली
बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना सोमवार को डॉक्टर जी की शूटिंग के लिए इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंचे थे. अभिनेता एक महीने तक कैंपस के अलग-अलग हिस्सों में शूटिंग करेंगे। जंहा पिछले कई दिनों से ऑफलाइन कक्षाओं की मांग कर रहे। छात्रों का कहना है की यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों के मौलिक अधिकार को लेकर बेपरवाह है ।वही जब छात्रों से हमारे टीम ने बात की तो उन्होंने बताया की छात्र पिछले 392 दिन से छात्र संघ बहाली को लेकर अनशन पर बैठे है लेकिन इस पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिल रही है
छात्रों ने कहा शूटिंग व कलाकारों का कोई विरोध नहीं,इलाहबाद यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रहित का भी सोचे –
जब हमारे संवदाता ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्र नेता अभिषेक दिवेदी से बात की,क्या छात्र शूटिंग को लेकर विरोध कर रहे अगर हां तो क्या क्यों ?
इस पर उन्होंने बताया की-
हम कला और कलाकारों का विरोध नहीं कर रहे और ना ही कैंपस मे हो रही शूटिंग का विरोध कर रहे हम तो चाहते है हमारे विश्वविद्यालय मे कला और कलाकारो प्रोत्साहन मिले हम बस यूनिवर्सिटी प्रशासन से छात्रहित की मांग कर रहे | पिछले कई दिनों से हम ऑफलाइन कक्षाओं की मांग कर रहे है। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रसाशन से कोई भी उचित जवाबदेही अभी तक नहीं मिली है। हम छात्र पिछले 392 दिनों से छात्रहितों की मांग करने के लिए बनाये इस ऐतिहासिक छात्रसंघ को बहाली को लेकर बैठे हैं,लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन की अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आयी हालाँकि हम यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्र हित के लिए छात्रसंघ की मांग करते रहेंगे।
जब हम यूनिवर्सिटी के एक नव प्रवेशी छात्र आर्यन राज से इस मुद्दे पर बात की तो उनका कहना है की
हम कला और कलाकारों का विरोध नहीं कर रहे बल्कि हमे इस पर गर्व है। बस हमारी ऑफलाइन कक्षाओं को शुरू कर दिया जाय
सवालों की इस प्रक्रिया में हमारी बात जब इलाहबाद यूनिवर्सिटी छात्र नेता ऋषभ दिवेदी से हुई तो उनका कहना भी उपर्युक्त था की
यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों के मौलिक अधिकार को मद्देनजर रखते हुए प्रवेश कार्य का संचालन करे और छात्र संघ की बहाली करे जिससे छात्र यूनिवर्सिटी के सामने अपने समस्या को रख सके।
क्यों छात्र कर रहे छात्रसंघ बहाली को लेकर अनशन –
जब छात्रों से इस मुद्दे पर बात हुई तो उनका कहना है की हम पिछले 392 दिनों से छात्र संघ की बहाली के लिए अनशन कर रहे है परन्तु यूनिवर्सिटी प्रशासन हमारी बातो को सुनने के लिए राजी नहीं है,इस सन्दर्भ हमने एक नोटिस राज्यपाल की तरफ से विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजी थी पर अभी तक कोई जवाब नहीं है। इलाहबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति ने ये कहते हुए छात्र संघ चुनाव को बंद करवा दिया की छात्र संघ चुनाव से कैंपस में अराजकता फैलती है। कुछ दिनों पहले आये आम आदमी सांसद संजय सिंह ने छात्र संघ के मुद्दे को संसद में उठाएंगे पर इस पर अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी
कही न कही विश्वविद्यालय और सरकार की विफलता छात्रों और प्रतियोगी परीक्षार्थियों के भविष्य को लेकर प्रत्यक्ष रूप से दिखाई पड़ रहा हैं क्योंकि छात्रों के भविष्य की चिंता न करते हुए अन्य सभी कार्य बिना किसी अड़चन के सुचारू रूप से प्रगति पर है;जैसे की विश्वविद्यालय में offline classes न चलाकर फिल्मों की शूटिंग के लिए अनुमति देना,छात्रसंघ बहाल न करके छात्रों की स्वतंत्रता पर पाबन्दी लगाना और सरकार के द्वारा विगत 5 से 6 वर्षों से रुकी भर्तियों का अंतिम परिणाम न जारी करते हुए नए भर्तियों का निस्तारण न करना , सभी विभागों की रिक्त पदों को न भरना इन सभी मुद्दों को छोड़कर चुनाव से सम्बन्धित शेष सभी कार्यों का बिना किसी रुकावट का होना ही इनकी सबसे बड़ी विफलता है ।।