क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कार्यप्रणाली (What is cryptocurrency and how does it work?)
वर्तमान समय में देखा जाए तो हर देश के पास अपनी currency (मुद्रा ) हैं जैसा कि भारत में रुपया,अमेरिका में डॉलर, चीन में युआन इसी प्रकार अन्य देशों के पास अपनी अलग अलग करेंसी है
सवाल यह है कि करेंसी क्या है?-वह धन प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्यता प्राप्त हो और वहां के लोगों द्वारा धन के माध्यम के रूप में उपयोग की जाती हो साथ ही जिसके बदले में कोई वस्तु या सेवा खरीदा जा सके अर्थात उसका कोई महत्व हो currency (मुद्रा ) कहलाता है।
क्रिप्टो करेंसी एक digital currency हैं, जिसे विकेंद्रीकरण (Decentralized system) (यानि यह किसी विशिष्ट देश या मुद्रा से बंधा नहीं हैं ) द्वारा मैनेज किया जाता है। यह डिजिटल मुद्रा कोडेड होती है। ‘क्रिप्टो करेंसी ‘ शब्द Encryption Technique से लिया गया था जिसका उपयोग Network को Defend करने के लिए किया जाता है। जिसमें Crypto का अर्थ ‘Secret ‘ और Currency का अर्थ वस्तुओं और सेवाओं की खरीद का माध्यम.
क्रिप्टोकरेंसी कैसे कार्य करती है (How Cryptocurrency Works)
इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल संरचना द्वारा सत्यापन किया जाता हैं और इसके सारे Record को ‘क्रिप्टोग्राफ़ी ( कोडिंग भाषा को सुधारने की कला ) ‘ द्वारा सुरक्षित रखा जाता है इसीलिए इसे कॉपी ,डिलीट, एडिट और हैक नहीं किया जा सकता। इसके जरिए खरीदारी को क्रिप्टोकोर्रेंसी माइनिंग कहा जाता है | क्योंकि हर इंफॉर्मेशन का डिजिटल रूप से डेटाबेस तैयार करना पड़ता है जिनके द्वारा यह माइनिंग की जाती है, उन्हें माइनर्स कहा जाता हैं।
यह एक तरह का Digital Asset होता है जिसका इस्तेमाल वस्तुओं को खरीदने और सर्विस के लिए किया जाता है। यह एक नेटवर्क पर आधारित डिजिटल एसेट का एक रूप है जो अन्य कंप्यूटरों की एक बड़ी संख्या के बीच में वितरण किया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी Blockchain Technology पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी (आभासी मुद्रा ) हैं। क्रिप्टोकरेंसी Computer algorithm ( किसी कार्य को पूर्ण करने के लिये विभिन्न चरणो से गुजरना पडता है। जब समस्या के समाधान हेतु विभिन्न चरणो से क्रमबध्द करके लिखा जाये तो यह एल्गोरिथम कहलाता है।) पर बनी एक Peer to Peer Electronic system द्वारा Regular currency के स्थान पर वस्तु और सेवाओं की खरीद करने के लिए कर सकते हैं, हालांकि क्रिप्टोकोर्रेंसी को नोट व सिक्कों के रूप में प्रिंट नहीं किया जाता, फिजिकली इसका कोई अस्तित्व नहीं होता है।
क्रिप्टोकरेंसी से आप सामान खरीद सकते हैं, trade कर सकते हैं और invest भी कर सकते हैं लेकिन इसे बैंक लॉकर में नहीं रख सकते क्योंकि यह सिर्फ digits के रूप में online रहती है इसीलिए इसे digital money, virtual money and electronic money कहा जाता है।
क्रिप्टो करेंसी की मुख्य विशेषताएं
cryptocurrency की मुख्य विशेषता यह है कि वे किसी केंद्रीय प्राधिकरण और केंद्रीय बैंकिंग प्रणाली द्वारा जारी नहीं किए जाते जो उन्हें सैद्धांतिक रूप से सरकारी हस्तक्षेप से प्रतिरक्षा प्रदान करती हैं। जब किसी क्रिप्टो करेंसी एक जारीकर्ता द्वारा जारी करने से पहले खनन या बनाया जाता है तो इसे आमतौर पर जब विकेंद्रीकरण (decentralized ) नियंत्रण के साथ लागू किया जाता है तो प्रत्येक क्रिप्टो करेंसी transaction ledger तकनीकी के माध्यम से काम करती है
ब्लॉकचेन क्या होता है? ब्लॉकचैन तकनीकी (What is blockchain technology?)
ब्लॉकचेन क्या होता है? Cryptocurrency ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करती है ब्लॉकचेन एक प्रभावी अपराध से लड़ने और खुफिया जानकारी जुटाने का उपकरण है। यह एक तरह की फाइल है जिसका संशोधन नहीं किया जा सकता यह डाटा वितरण के लिए peer to peer mechanism पर जिससे इन्हें आसानी से एक शृंखला में रखा जा सकता है। जब cryptocurrency में कोई transaction होता है तो उसकी जानकारी blockchain में दर्ज की जाती है और इस ब्लॉक की security और इंक्रीप्शन का काम miners करते हैं। जब कोई miners सही hash (एक कोड ) ढूंढकर block को सुरक्षित कर देता है तो उसे Blockchain में जोड़ दिया जाता है block के secure होने की पुष्टि पर miners को crypto coin दिए जाते हैं यह दरअसल एक reward होता हैं जिसे proof of work कहा जाता है। ऐसे में कोई यूजर किसी अन्य यूजर को 30 यूनिट ट्रांजैक्शन करना चाहता है तो ऐसे में ट्रांजैक्शन बैंक या केंद्रीय इकाई का नियंत्रण होता है लेकिन blockchain कोई केंद्रीय नियामक नहीं होता है।
क्रिप्टो करेंसी का इतिहास (History of Cryptocurrency )
क्रिप्टो करेंसी का इतिहास- सन् 1883में अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर’ डेविड चाउम’ ने अज्ञात क्रिप्टोग्राफिक इलेक्ट्रॉनिक पैसे की कल्पना की जिसे एक्श कहा जाता था 1995 में उन्होंने इसे डीजिकैश के माध्यम से लागू किया। क्रिप्टोग्राफिक इलेक्ट्रॉनिक भुगतानो को बैंक से कैश वापस लेने और प्राप्तकर्ता को भेजे जाने से पहले (encrypted ) कुंजीओ को निर्देश के रूप में उपयोगकर्ता को सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ती है।
1996 में नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने एनक्रिप्टेड इलेक्ट्रॉनिक कैश की क्रिप्टोग्राफिक का एक पेपर प्रकाशित किया इसके बाद 1998 में वी दाई ने “बी मनी” का वर्णन किया जो इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम का वितरण करता था कुछ समय बाद ‘निक स्जाबो’ ने “बिट गोल्ड” जिससे एक इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा प्रणाली के रूप में वर्णित किया गया जो बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो करेंसी की तरह इसका पालन करेंगे।
पहली विकेंद्रित cryptocurrency ‘Bitcoin’ 2009 में एक व्यक्ति या समूह द्वारा satoshi nakamoto द्वारा बनाया गया था। बिटकॉइन का मतलब नकदी का एक डिजिटल संस्करण बनाने का एक तरीका था, जहां एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को किसी वित्तीय संस्थान के माध्यम से भुगतान किए बिना भुगतान किया जा सकता है इसने अपने प्रमाण कार्य योजना में SHA-256 एक क्रिप्टोग्राफिक hash (एक कोड )फंक्शन का प्रयोग किया।
अक्टूबर 2011 में ‘Litecoin’ को SHA-256 के बजाय अपने हैश function के रूप में उपयोग किया। वैसा ही 2000 की साल में नीदरलैंड ने पेट्रोल भरने के लिए कैश को स्मार्ट कार्ड से जोड़ा था। USA ने 1996 में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बनाया था ऐसा गोल्ड जिसे रखा नहीं जा सकता है लेकिन दूसरी वस्तुएं खरीदी जा सकती थी हालांकि 2008 में इस पर रोक लगा दिया गया।
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार (Types of Cryptocurrency )
क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार – पहली ब्लॉकचेन आधारित बिटकॉइन थी जो अभी भी सबसे लोकप्रिय और मूल्यवान बनी हुई है आज विभिन्न फंक्शन और विनिर्देशों के साथ हजारों वैकल्पिक क्रिप्टो करेंसी हैं इनमें से कुछ क्रिप्टो करेंसी मुख्य हैं -popular cryptocurrencies
Popular cryptocurrencies
बिटकॉइन (Bitcoin)
Bitcoin (BTC)-: बिटकॉइन को 2008 में जापान के सतोशी नाकामटो ने शुरुआत की 3 जनवरी 2009 को open source software के रूप ‘में launch किया गया। यह एक इलेक्ट्रॉनिकल स्टोर करने वाली मुद्रा है जिसे किसी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्टोर किया जाता है क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर बिटकॉइन कार्य करती है बिटकॉइन को बिटकॉइन वॉलेट में सुरक्षित रखते हैं इसे हम एक Secure online transaction करने के लिए इस्तेमाल करते हैं ये 0 से 1 series में आती है
Bitcoin की सबसे छोटी unit Santoshi होती है 1 Bitcoin =10,00,00,000 Satoshi हैं इससे बड़ी-बड़ी company में exchange के रूप में अपनाया जाता है जैसे Tesla , Microsoft आदि। Online payment जैसे हम bank में transaction करते हैं हम पता लगा सकते हैं कि किसे भुगतान किया गया है लेकिन Bitcoin का record public ledger में नहीं होता इसे track नहीं किया जा सकता। जब किसी दो व्यक्तियों के बीच आदान-प्रदान किया जा रहा हो इसका रिकॉर्ड सिर्फ दो बार ही देखा जा सकता है एक बार जब किसी ने खरीद किया हो और दूसरी बार जब कोई बेच रहा हो।
बिटकॉइन डिजिटल वॉलेट में संरक्षित होती हैं bitcoin price हर जगह सामान नहीं रहती हैं इसकी कीमत कांस्टेबल होती हैं। बिटकॉइन में ट्रेड करने की शुरुआत 2011 में हुई। इसके यूजर को ईमेल कन्फर्मेशन और अकाउंट वेरिफिकेशन के बाद आपको ट्रेंडिंग मेथड का चुनाव करना होता है। बिटकॉइन का अकाउंट ब्लॉक नहीं किया जाता है।
Ethereum(ETH)
Ethereum(ETH)-: यह एक decentralized open source ब्लॉकचैन हैं जो कॉइन मार्किट क्षमता के हिसाब से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है Ethereum दुनिया का सबसे ज्यादा यूज़ ब्लॉकचैन नेटवर्क हैं। इसके क्रिप्टोकरेंसी टोकन को ‘Ether’ भी कहा जाता है।
Litecoin (LTC)
Litecoin (LTC)-: litcoin एक peer to peer क्रिप्टोकरेंसी हैं जो एक open source Crypto graphical platform पर आधारित है। इसके बहुत सारे फीचर्स बिटकॉइन से मिलते हैं इसको SHA-256 की बजाय scrypt का प्रयोग होता है बिटकॉइन के मुकाबले 4 गुना कम होती है इसीलिए इसमें लेन देन का प्रक्रिया जल्दी पूरा हो जाता है।
Peercoin (PPC)
Peercoin (PPC)-: Peercoin पूरी तरह Bitcoin protocol पर आधारित होती है peercoin को PP, P2P, PPC और peer-to-peer coin के नाम से भी जाना जाता है Peercoin को 2012 में launch किया गया था इसकी efficiency Bitcoin से 100 गुना अधिक होती है।
DASH-: dash को पहले Xcoin,darkcoin कहा जाता था dash का अर्थ है ‘digital’ और’Cash’ हैं. इसमें Instant send और Private send होता हैं Instant send में यूजर आसानी से लेन देन को पूर्ण कर सकती हैं वही private send में लेन देन पूरी तरह सुरक्षित होता हैं।
Ripple (XRP)
Ripple (XRP)-: Ripple क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत 2012 में हुई। इसका वितरण open source protocol पर आधारित होता है Ripple एक RTGS( real time gross settlement system ) जो अपनी खुद की क्रिप्टो करेंसी चलाता है। इसका बाजार पूंजीकरण लगभग $10 बिलियन हैं।
Ripple क्रिप्टोकरेंसी को most flexible cryptocurrency के रूप में भी जाना जाता है
Tither (USDT)
Tither(USDT)-: Tither की शुरुआत Realcoin के नाम से जुलाई 2014 में हुई थी। 20 नवंबर 2014 में इसका नाम बदलकर Thiter कर दिया गया इसे stablecoin भी कहा जाता है क्योंकि इसे हमेशा $1.00 price के डिज़ाइन किया जाता है.
इसी तरह बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी हैं जो अन्य देशों में अलग अलग तरीके से काम करती हैं जैसे -Dogecoin, Monerocoin(XMR),Faircoin(FAIR),Cosmos(ATOM)etc. ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin को purchase करना और सेल करना काफी आसान है
क्रिप्टोकरेंसी खरीद-बेच के लिए पॉपुलर प्लेटफॉर्म
WazriX, Zebpay, coinswitch Kuber और coinDCX GO के नाम शामिल है।
Validity of cryptocurrency
क्रिप्टो करेंसी की कानूनी स्थिति एक देश से दूसरे देश में भिन्न होती हैं और अभी भी उनमें से कई अपरिभाषित है और उनमें बदलाव लाया जा रहा है हालांकि कुछ देशों ने स्पष्ट रूप से उनके उपयोग और व्यापार की अनुमति दी हैं लेकिन दूसरे अन्य देशो में इसे प्रतिबंधित किया गया हैं।
साल 2018 में Central Bank of India नेभी क्रिप्टो करेंसी पर व्यापार करने के लिए रोक लगा दिया था 2019 में क्रिप्टो करेंसी को भारत में पूरी तरह से बैन करने एक प्रारूप तैयार किया गया था लेकिन मार्च 2020 में भारत की सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी पर लगे बैन को पूरी तरह से हटा दिया।
सितंबर 2021को मध्य अमेरिकी अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति ‘नायब बुकेले’ने दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन को कानूनी तौर पर मान्यता देने वाले बिल को मंजूरी दे दी।अल सल्वाडोर ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। अल सल्वाडोर की आधिकारिक मुद्रा का उपयोग अमेरिकी डॉलर के साथ किया जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी वैधता पर देश
क्रिप्टो करेंसी के मामले में दुनिया की कुछ बड़े देशों पर नजर डाले तो दुनिया दो भागों में बंटी दिखाई दे रही है कई देशों में बिटकॉइन बाकी अन्य डिजिटल करेंसी को बैन या रेगुलेट करने को लेकर बहस हो रही है और इसके साथ ही अन्य कई देशों में क्रिप्टो करेंसी को अस्थाई तौर कानूनी मान्यता दे दी गई हैं जिनमें तुर्की, अल्जीरिया, इराक,ईरान मिस्र कोलंबिया और बोलिबिया आदि शामिल है।
अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी
अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी – अमेरिका में क्रिप्टो को करेंसी का दर्जा तो नहीं मिला लेकिन asset के रूप में मान्यता जरूर मिलने लगी है अमेरिका में तकरीबन 2 करोड़ 74 लाख क्रिप्टो के निवेशक हैं।अमेरिकियों का क्रिप्टो करेंसी में इंट्रेस्ट और सरकार का लीगल अप्रोच ने इस देश सबसे आगे रखा हैं। सबसे ज्यादा क्रिप्टो एटीएम भी अमेरिका में हैं।अमेरिका के दूसरे सबसे बड़े राज्य टेक्सास में बिटक्वाइन की माइनिंग हो रही है।
चीन में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in China)
क्रिप्टो करेंसी मामले में सबसे बड़ा रूख चीन का रहा है साल 2021 में चीनी कई मौकों पर क्रिप्टो करेंसी में होने वाले transaction गैरकानूनी बताया इतना ही नहीं चीन का केंद्रीय बैंक अपना निजी डिजिटल करेंसी लांच करने जा रहा है।
नेपाल में क्रिप्टोकरेंसी
नेपाल के केंद्रीय बैंक ‘नेपाल राष्ट्रीय बैंक ‘2017में Bitcoin को illegal घोषित कर दिया।
रूस में क्रिप्टोकरेंसी
रूस में क्रिप्टो करेंसी कानून है लेकिन वास्तव में रूसी रूबल के अलावा किसी भी मुद्रा के साथ सामान खरीदना गैरकानूनी है रूस 2021 में अपने नागरिकों को mining trade,cryptocurrency को रखने की अनुमति दी थी लेकिन इनका उपयोग Goods और services के लिए exchange नहीं किया जा सकता,न ही क्रिप्टो का पेमेंट के विकल्प के तौर लेन-देन हो सकता है। यहां 1300 डॉलर से ज्यादा की क्रिप्टो बिना डिक्लेयरेशन के रखना अपराध हैं
ब्रिटेन में क्रिप्टोकरेंसी
ब्रिटेन में इसे न ही कानूनी दर्जा मिला है और न ही रेगुलेशन के दायरे में लाया गया है इसके बावजूद भी ब्रिटेन में Crypto trending को मान्यता मिली हुई है। ऑस्ट्रेलिया में क्रिप्टोकरेंसी Anti Money Laundering and Counter Terrorism financing act के तहत आती है
ऑस्ट्रेलिया में क्रिप्टोकरेंसी
ऑस्ट्रेलिया virtual currency को property के तौर पर मानता है इन्हें tax की दायरे से बाहर रखा जाता है।
दक्षिण पूर्व एशिया में क्रिप्टोकरेंसी
दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में वियतनाम के State Bank of India ने बिटकॉइन और बाकी अन्य क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग जारी करने और आपूर्ति करने को अवैध करार दिया। यहां पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करने पर 1.5 करोड़ वियतनाम डोंग (50,000 रुपए ) से लेकर 2 करोड़ वियतनामी डोंग (65,668 रुपए ) तक का जुर्माना देना होता है इसी प्रकार इंडोनेशिया में भी 2018में क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी के लिए एक कानून लाया जा चुका है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency in India )
भारत में क्रिप्टो करेंसी के मामले में स्थिति अभी भी साफ नहीं हो पायी जुलाई 2019 में प्रस्तुत (क्रिप्टोकरेंसी प्रतिबंध एवं अधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनिमय विधेयक ) RBI ने क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार वर्चुअल करेंसी के व्यापार पर RBI का प्रतिबंध तर्कसंगत नहीं था। 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने आरबीआई के प्रतिबंध का आदेश सुना दिया।
भारत में वर्चुअल करेंसी या क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं है। सरकार ने 29 नवंबर संसद की शीतकालीन सत्र में 2021 ( The Cryptocurrency & Regulations of Official Digital Currency Bill) पेश किया। एक तरफ ये बिल देश में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन या नियमन का काम करेगा वहीं दूसरी तरफ भारतीय रिजर्व बैंक अधिकारिक डिजिटल करेंसी के लिए सिस्टम बनाएगा। समिति ने आरबीआई तथा सरकार को ब्लॉकचैन व DLT( distributed ledger Technology ) के प्रति सकारात्मक भविष्य में क्षेत्रों में शोध ने बढ़ावा देने की सिफारिश की।
दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों ( तेलंगाना,केरल आंध्र प्रदेश आदि ) में सरकार ने विभिन्न विभागों में data को एकत्रित एवं संरक्षित रखने के लिए ब्लॉकचेन पर कई प्रयोग किए जा रहे हैं।
केरल में Blockchain Technology को बढ़ावा देने के लिए ‘Kerala blockchain Academy’ की स्थापना जब से प्रयास किए जा रहे हैं।भारत में अभी इस समय में सबसे पॉपुलर cryptocurrency platform “WazriX”हैं.
बिटकॉइन Bitcoin in 2021-22
क्रिप्टोकरेंसी मार्किट का कुल मार्केट कैप $,2.36 trillion (लगभग 1,72,26,737 करोड़ रुपये) है, जिसमें बिटकॉइन का कुल मूल्य $900 बिलियन (लगभग 66,804,75 करोड़ रुपये) है। 2021 बिटकॉइन एक बेहतरीन साल साबित हुआ इस वर्ष दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने अपना ऑल-टाइम हाई बनाया और $60,000 (लगभग 44,55,079 रुपये) के आंकड़ें पर पहुंची।
हालांकि, उसके बाद से कॉइन में ज्यादातर गिरावट देखने को मिली। एक न्यूज़ रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 के बीच बिटकॉइन की कीमत में 3 गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई अप्रैल 2021 में बिटकॉइन के रिकॉर्ड हाई होने के पीछे cryptocurrency exchanges Coinbase शेयर बाजार में दाखिल होना सबसे बड़ा कारण था।
विश्व में किसी भी देश में बिना कोई अतिरिक्त शुल्क दिए क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग किया जा सकता है हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को मुद्रा के रूप में किसी भी देश द्वारा वैधानिकता प्रदान नहीं की गयी है। क्रिप्टोकरेंसी के संदर्भ में अगर बात की जाए तो ये normal digital payment से ज्यादा सुरक्षित होती है।किसी भी व्यक्ति को क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार के लिए किसी भी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होती है।
क्रिप्टोकरेंसी और मौद्रिक नीति ( Cryptocurrency And Monetory Policy )
Private क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार की monetary policy का प्रभाव नहीं पड़ता ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के उपयोग को बढ़ावा देना देश की अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसकी मूल्य की स्थिरता का भय बना रहता है जैसा कि दिसंबर 2017 में बिटकॉइन की कीमत $90000 से अधिक थी और वही दिसंबर 2018 में इसकी कीमत घटकर 3200 अमेरिकी डॉलर रह गई। क्रिप्टोकरेंसी में एक बार लेन-देन की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने पर उसे रिवर्स करना असंभव होता है।
cryptocurrency अन्य विभिन्न क्षेत्रों जैसे व्यापार,निवेश, टेक्नोलॉजी ज्यादा और कम खर्च होने वाली भविष्य विनिमय प्रणाली की अवधारणा प्रस्तुत करती है परंतु वर्तमान में क्रिप्टो करेंसी के संदर्भ में अनेक समस्याओं को देखते हुए देश के किसी भी प्राइवेट करेंसी को सहमति देना एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। अतः भविष्य की जरूरतों क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में प्राप्त अवसरों को ध्यान में रखते हुए जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी को Government,digital currency expert और सभी हितकारी के बीच नियमित क्रम को बढ़ाया जा सके।
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